उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को पर्यटकों को राज्य में आने की सशर्त अनुमति दी है। इसके लिए हर पर्यटक के पास कोविड जांच का सर्टीफिकेट होना जरूरी है और उसका परिणाम भी निगेटिव होना चाहिए। इस शर्त का सीधा मतलब राज्य में पर्यटकों को आने से रोकने जैसा ही है। क्योंकि पहले तो किसी की भी कोविड जांच बिना सरकारी अनुमति के नहीं होती। अगर कोई प्राइवेट में इसकी जांच कराता है तो यह काफी महंगी और इसकी रिपोर्ट आने में भी देर लग सकती है। दूसरी बात अगर कोई पर्यटक जांच के समय कोरोना संक्रमित नहीं था, लेकिन वह उसके अगले दिन या फिर सफर के दौरान संक्रमित होता है तो इस रिपोर्ट का क्या मतलब रह जाएगा। कायदे में सरकार को बहुत किंतु-परंतु में फंसने की बजाय पर्यटकों के लिए प्रभावी और आसान तरीके अपनाने चाहिए ताकि वे राज्य में आकर यहां की अर्थव्यवस्था को गति दे सकें।