पिथौरागढ़। रविवार देर रात से हो रही भारी बारिश से पिथौरागढ़ के मुन्स्यारी और बंगापानी तहसीलों में व्यापक तबाही हुई है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को राहत कार्यों में किसी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। भूस्खलन की वजह से घरों के गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। वहीं दो गांवों के मलबे में दबने से 11 लोग लापता हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की दो टीमें मौके पर हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने एक और टीम की मांग की है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तत्काल ही तीसरी टीम भेजने के निर्देश दिए हैं। पुलिस भी मौके पर राहत कार्यों में मदद कर रही है। सोमवार तड़के करीब तीन बजे गैला गांव में वर्षा से दो घर गिर गए, जिससे शेरसिंह, गोविंदी देवी और मानता की मौत हो गई, जबकि दीदार सिंह, रुक्मणी देवी, प्रियंका, शीला और मनकू घायल हो गए। वहीं तांगा मुन्यानी में दो गांव भूस्खलन में दब गए, जिसमें 11 लोग लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है, लेकिन बारिश इसमें बाधा डाल रही है। रविवार की रात मुन्स्यारी में 84 मिलीमीटर व धारचूला में 149 मिलीमीटर बारिश हुई है। रास्ता खराब होने से इन गांवों तक पहुंचने में भी दिक्कत हो रही है।