अथहर महमूद सिद्दिकी
कालागढ़। उत्तराखंड में जिम कार्बेट नेशनल पार्क से लगे कालागढ़ में एक के बाद एक ज़हरीले सांपों के नजर आने से लोगों में डर का माहौल बन गया है। रामगंगा परियोजना के लिए बने इस कस्बे में लोगों को सुरक्षा देने के लिए त्वरित अनुक्रिया दल का गठन किया गया है। जिसमे एक सांप विशेषज्ञ व दो वनकर्मी शामिल किए गए है। कालागढ़ मे वन विभाग के त्वरित अनुक्रिया दल ने पिछले कुछ समय में अनेक प्रजाति के सांपों को आबादी में से पकड़कर वनों में छोड़ा है। आबादी में सामान्य सांपों के अलावा अत्यंत जहरीले कोबरा, रसैल वाइपर व करैत जैसे सांप भी पकड़े गए हैं। कार्बेट नेशनल पार्क के वनों से सांप आबादी मे प्रवेश कर गए। त्वरित अनुक्रिया दल के प्रभारी कुमार दीपक ने बताया कि कालागढ़ मे जून व जुलाई के महीने मे 16 चैकर्ड कीलबैक,10 स्ट्रिपड कीलबैक, 13 धामन, 4 अजगर, 6 कामन करैत, 3 कोबरा नाग प्रजाति, 2 रसैल वाइपर, एक-एक वूल्फ सर्प, कामन कैट सर्प एवं फस्टिन कैट सर्प को सूचना मिलने पर यहां के निवासियों के घरों से पकड़ा गया। कोबरा, करैत और वाइपर इतने जहरीले हैं कि इनके काटने पर मृत्यु निश्चित है। फास्टन कैट सर्प दुर्लभ प्रजाति का सर्प है। अन्य सामान्य जहर वाले सर्प है।
